राज्य में पशुधन विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार ने हाल है में Mangla Pashu Bima Yojana शुरू की हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार पशुपालकों को उनके पशुधन के लिए 5 लाख रुपए का बीमा प्रदान कर रही हैं। योजना का लाभ लेने के लिए किन पशुपालकों को पात्र माना गया हैं तथा इसका लाभ कैसे मिलता हैं आदि सभी जानकारी के लिए आज के हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
मंगला पशु बीमा योजना
योजना का नाम | Mangla Pashu Bima Yojana |
राज्य | राजस्थान |
घोषणा तिथि | 10 जुलाई 2024 को |
लाभ | पशुओं का 5 लाख का बीमा |
लाभार्थी | राज्य के किसान व पशुपालक |
योजना का बजट | 400 करोड़ रुपए |
राजस्थान सरकार द्वारा बजट 2024-25 में मंगल पशु बीमा योजना की घोषणा की गई। सरकार द्वारा जारी यह योजना राज्य में पालतू पशुओं का जीवन बीमा करने के लिए जारी एक योजना हैं। इस योजना में पशुपालकों को उनके पशुओं की आकस्मिक मृत्यु के कारण होने वाले आर्थिक नुक़सान की भरपायी के लिये 5 लाख रुपए तक की बीमा राशि प्रदान की जाती हैं।
यह योजना राजस्थान में पहले से चल रही कामधेनु पशु बीमा योजना को आगे बढ़ाते हुए शुरू की गई हैं। कामधेनु योजना में बीमा राशि 40 हज़ार निर्धारित थी। मंगला पशु बीमा में यह राशि बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गई हैं। इस योजना की घोषणा के दौरान उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने ऊंट संरक्षण व विकास के मिशन पर ज़ोर देते हुए मंगला पशु बीमा योजना में ऊँट पशुधन को भी योजना में शामिल किया।
पशु बीमा योजना में इन पशुओं को किया जाएगा शामिल
राजस्थान सरकार की मंगला पशु बीमा योजना में दुधारू पशुओं के साथ कुछ अन्य पशुओं को भी बीमा हेतु शामिल किया गया हैं। इसी तरह की एक योजना पशु शेड योजना में पशुपालकों को पशु शेड बनाने के लिए सरकार 1.80 लाख रुपया की आर्थिक सहायता राशि प्रदान कर रही हैं।
दुधारू पालतू पशु:-
- गाय
- भैंस
- बकरी
- भेड़
अन्य पालतू पशु:-
- ऊंट
- घोड़ा
- खच्चर
- गधा
योजना का उद्देश्य तथा लाभ
मंगला पशु बीमा योजना में पशुपालकों को पशुओं की आकस्मिक मृत्यु से आर्थिक नुक़सान नहीं उठाना पड़ेगा। इस योजना से राज्य में पशुधन विकास को बढ़ना मिलेगा। राज्य सरकार ने योजना में 21 लाख पशुओं का बीमा करने का उद्देश्य निर्धारित किया हैं। इसके लिए बजट 2024-25 के दौरान कुल 400 करोड़ रुपए की बजट राशि निर्धारित की गई हैं। मंगला पशु बीमा योजना में प्रत्येक पशु के लिये बीमा राशि का निर्धारण किया गया हैं जिसकी जानकारी नीचे सारणी में दी जा रही हैं।
मंगला पशु बीमा योजना की बीमा
पशु | निर्धारित बीमा राशि |
गाय | 30,000/- रुपए |
भैंस | 30,000/- रुपए |
बकरी | 5,000/- रुपए |
भेड़ | 5,000/- रुपए |
ऊंट | 50,000/- रुपए |
घोड़ा | 20,000/- रुपए |
खच्चर | 20,000/- रुपए |
गधा | 20,000/- रुपए |
पात्रता मापदंड
- यह केवल राजस्थान राज्य की योजना हैं अतः योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालक का राजस्थान राज्य का निवासी होना आवश्यक हैं।
- योजना का लाभ केवल पशुपालकों को ही दिया जाएगा।
- व्यावसायिक रूप से पशुपालन करने वाले इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र नहीं हैं।
- योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालक अलग-अलग पशुओं का पंजीकरण करवा सकता हैं लेकिन एक पशुपालक द्वारा पशुओं के लिए अधिकतम 5 लाख रुपए तक का ही बीमा करवाया जा सकता हैं।
- पशुपालक किसी राजनीतिक पद से संबंधित नहीं होना चाहिए।
पशु का बीमा करवाने के लिए ज़रूरी शर्तें:-
- एक पशुपालक अधिकतम 5 लाख रुपए तक का ही पशु बीमा करवा सकता हैं।
- जिन पशुओं का बीमा करवाना हैं उनकी पशु जनगणना की हुई होनी चाहिए।
- पशुओं का स्वास्थ्य कार्ड बना हुआ रहना चाहिए।
- प्रत्येक पशु के Tag लगा हुआ होना चाहिए।
- बीमा करवाते समय पशु किसी बीमारी से ग्रसित नहीं होना चाइए।
- ज़हरीली घास या अन्य कोई ज़हरीला पदार्थ खाने से पशु की मृत्यु होने पर बीमा राशि प्रदान नहीं की जाएगी।
- लम्पी वायरस या इस तरह की अन्य महामारी के कारण होने वाली मृत्यु के लिये बीमा राशि प्रदान की जायेगी।
- दुर्घटना के कारण या गंभीर बीमारी से होने वाली मृत्यु के लिए भी बीमा राशि दी जाएगी।
पशु बीमा योजना आवेदन
योजना की घोषणा बजट सत्र के दौरान की गई हैं अतः जल्दी ही इस योजना में आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। संभवतः इस योजना का आवेदन पशु स्वास्थ्य केंद्र या ग्राम पंचायत से किया जायेगा। जिसके लिये पशुपालक के दस्तावेज तथा पशु की जनगणना से संबंधित, टैग नंबर तथा स्वास्थ्य कार्ड की आवश्यकता होगी।
राजस्थान पशुधन बीमा योजना क्या है?
राजस्थान सरकार ने बजट 2024-25 में मंगला पशु बीमा योजना की घोषणा की हैं जिसमें पालतू पशुओं का 5 लाख रुपए का बीमा किया जाएगा।